आपके जन्म-दिन पर, गुनगुनाने लगे.....
आपके जन्म-दिन पर, गुनगुनाने लगे।
दिल से सबके अधर, मुस्कराने लगे।।
तुमको देते बधाई, सभी आज हम।
जन्मदिन की सब, खुशियाँ मनाने लगे।।
पथ में कंटक चुभें, मत कभी भूल से।
प्रेम-सरिता में हम, सब नहाने लगे।।
नीतिगत राहों पर, हम सदा ही चलें।
सत्य की राहें फिर, जगमगाने लगे।।
दुख की काली घटा से, न विचलित रहें।
भोर भी होगी तब, जग रिझाने लगे।।
ढेर शुभकामनाओं, का संबल मिला।
उमंगें जीने की, मन-हरषाने लगे।।
वरदान माँगें प्रभू, आपसे हम यही।
घर में खुशियां बढ़ें, शामियाने लगे।।
मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’