चलो चलाते हैं अभियान.....
चलो चलाते हैं अभियान।
सुधरे-सँवरे हिन्दुस्तान।।
धर्म-कर्म का मर्म जान ले ,
बनना है पहले इंसान।
लहू सभी का एक रंग है,
कैसे फिर बनता नादान।
मरहम से भर जाते घाव,
देते नमक-मिर्च का ज्ञान।
ज्ञानी-मानव, बुद्धि-विवेकी,
जग में मिला उसे सम्मान।
मानवता को रखें सुरक्षित,
ऊँची मिलकर भरें उड़ान।
मजहब से ही बात न बनती,
भूखा अब भी पाकिस्तान।
मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’