टूटी नदिया धार, बड़ा बदलाव हुआ है.....
टूटी नदिया धार, बड़ा बदलाव हुआ है।
संबंधों में खार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
पश्चिम की है नकल, पड़ी हम सब पर भारी।
ढहती वह दीवार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
सात जन्म तक साथ, नहीं अब चलता भाई।
नीला ड्रम औजार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
चोर मचाए शोर, फिल्म अब खूब चल रही।
राहुल गए बिहार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।*
इ वी एम निर्दोष, बना आयोग चोर अब।
कैसे बेड़ा पार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
लालू जी पैरोल, नहीं अब चिंता उनको ।
तेजस्वी-नव-द्वार. बड़ा बदलाव हुआ है ।।
राजनीति व्यापार, बड़ा है जग का धंधा।
छाया भ्रष्टाचार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
अमन चैन की राह, शक्ति के पथ से निकले।
भुजबल का आधार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
सैन्य शक्ति संधान, जरूरी अब भारत को।
रखें शस्त्र भरमार , बड़ा बदलाव हुआ है ।।
आहत शांति कपोत, बमों की वर्षा होती।
एटमबम भंडार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
चीन हड़पकर तिब्बत, अपना बना पड़ोसी।
बुद्ध गए हैं हार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
युद्ध गया है बदल, शस्त्र अब हुए पुराने ।
मिसाईल टंकार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
चौथी अर्थ व्यवस्था, हम तो बने जगत में।
ट्रम को चुभी कटार, बड़ा बदलाव हुआ है।।
विश्व गुरू का तमगा, फिर मिलने को आतुर।
भारत सच्चा यार, बड़ा बदलाव हुआ है ।।
मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’