सही सभी जब निर्णय हो.....
सही सभी जब निर्णय हो।
सुशासन से परिचय हो।।
नेताओं को परखें समझें,
लोकतंत्र की जय-जय हो।
सोच समझ कर वोट करें,
सुख शांति चहुँ निर्भय हो।
कब आ जाती किसे पता,
मौत द्वार पर असमय हो।
मंडप सजा रंँगमंच का,
अच्छा सुंदर अभिनय हो।
मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’